बेचैन है धरती ,बेचैन....!!!
बेचैन है धरती ,बेचैन अम्बर है ,बेचैन जनता है ,बेचैन नेता है ,
इन दोनों की बेचैनी की, जिम्मेदारी देखो कौन लेता है ॥!!
बेचैन सच्चाई हैं तो ,बेचैन आडम्बर है ,
देखें कौन नीचे है ,कौन उपर है ,
हो जायेगा फैसला इस दम ,देखें गवाही कौन देता है.....!!
वो भी बेचैन लगता है ,हम भी बेचैन लगते हैं ,
बिना कुछ करके भी ,हम उतने ही थकते हैं ....
देखें इस वक्त कौन सबसे पहले विश्राम लेता है .....!!!
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4 comments:
बहुत सुन्दर सृजन , बधाई.
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने की अनुकम्पा करें, आभारी होऊंगा .
ज़िम्मेवारी लेने वाल कौन आएगा ....ये ही आज का सबसे बड़ा सवाल हैं ?
अच्छी प्रस्तुति
बहुत सुंदर !
पर नेता कहाँ बैचेन होता है
सारे देश का चैन जब वो लेता है !
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