रविवार, 19 अगस्त 2012 | By: कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹

बेचैन है धरती ,बेचैन....!!!


बेचैन है धरती ,बेचैन अम्बर है ,बेचैन जनता है ,बेचैन नेता है ,
इन दोनों की बेचैनी की, जिम्मेदारी देखो कौन लेता है ॥!!

बेचैन सच्चाई हैं तो ,बेचैन आडम्बर है ,
देखें कौन नीचे है ,कौन उपर है ,
हो जायेगा फैसला इस दम ,देखें गवाही कौन देता है.....!!

वो भी बेचैन लगता है ,हम भी बेचैन लगते हैं ,
बिना कुछ करके भी ,हम उतने ही थकते हैं ....
देखें इस वक्त कौन सबसे पहले विश्राम लेता है .....!!!

4 comments:

S.N SHUKLA ने कहा…


बहुत सुन्दर सृजन , बधाई.
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने की अनुकम्पा करें, आभारी होऊंगा .

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

ज़िम्मेवारी लेने वाल कौन आएगा ....ये ही आज का सबसे बड़ा सवाल हैं ?

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

अच्छी प्रस्तुति

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बहुत सुंदर !

पर नेता कहाँ बैचेन होता है
सारे देश का चैन जब वो लेता है !