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शुक्रवार, 22 जनवरी 2010 | By: कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹

गुलशन वीराने हो गये..!!!

गुलशन वीराने हो गये तेरे जाने के बाद ,
खिली कलियाँ थी जहाँ तेरे आने के बाद

उम्मीद में बैठी है कोयल उसी डाल पर ,
कूह -कूह की तान छेड़ी थी जहाँ तेरे आने के बाद

तितलियों ने कर लिये पंख बंद अपने-अपने ,
नही उड़ सकी वो पंख फड फ्ड़ाने के बाद

फूल उपवन के बिलकुल उदास हो गये ,
नही चटकी कलियाँ रात जाने के बाद

चिड़ियाँ चाहेकेन्गी गुलशन में इक दिन जरूर ,
;कमलेश' फिर आएगी बहार मान जाने के बाद