शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019 | By: कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹

जहां थे गुलमोहर....‼️🇮🇳

जहां थे गुलमोहर,
अमलतास के फूल बिखरे।

उन राहों में ईंट-पत्थर 
बिछाए किसने?

जहां होती थी बात,
रंगों की पतंगों की!

उस अदब के आसमां में
शोले जलाए किसने?

सबको हक़ है! बात
रखने की 'कमलेश' भारत में,

मगर  जोश भरे,हज़ूमों के
जज़्बात बरगलाए किसने?

कमलेश वर्मा💐