जन सरोकारों की अनदेखी सरकारों का फैशन हो गया ,
जन आंदोलनों को दबाना सरकारों का पैशन हो गया।
दमनकारी नीतियों से कोई जन तन्त्र चलता नही ,
जनआक्रोश कुचलने से गण -तन्त्र फूलता फलता नही.
आप उनकी भी सुनो जिन्होंने तुमको अपना नेता चुना है ,
पर अफ़सोस आपने इनको ही फंसाने का फंदा बुना है।
अब शायद नही चल पाएंगे राजनीती के उलटे पांसे ,
होश में आओ कहीं आना न पड़े वापस वहाँ [संसद] से।
जो हक है आम आवाम का आप उसका उसको दीजिये ,
करके गहन समीक्षा सबकी फिर मंत्रिमंडल में लीजिये.
भडकाओ न जज्बातों की दिलों में जो छुपी आग है ,
क्यों की वर्तमान राजनीती की चादर में दाग ही दाग है।
'कमलेश'राजनीति का खेल अब इक प्रहसन हो गया है ,
जन सरोकारों की अनदेखी सरकारों का फैशन हो गया।।
जन आंदोलनों को दबाना सरकारों का पैशन हो गया।
दमनकारी नीतियों से कोई जन तन्त्र चलता नही ,
जनआक्रोश कुचलने से गण -तन्त्र फूलता फलता नही.
आप उनकी भी सुनो जिन्होंने तुमको अपना नेता चुना है ,
पर अफ़सोस आपने इनको ही फंसाने का फंदा बुना है।
अब शायद नही चल पाएंगे राजनीती के उलटे पांसे ,
होश में आओ कहीं आना न पड़े वापस वहाँ [संसद] से।
जो हक है आम आवाम का आप उसका उसको दीजिये ,
करके गहन समीक्षा सबकी फिर मंत्रिमंडल में लीजिये.
भडकाओ न जज्बातों की दिलों में जो छुपी आग है ,
क्यों की वर्तमान राजनीती की चादर में दाग ही दाग है।
'कमलेश'राजनीति का खेल अब इक प्रहसन हो गया है ,
जन सरोकारों की अनदेखी सरकारों का फैशन हो गया।।
1 comments:
पूरा राजीनीतिक रंग में डूबी हुई
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