शनिवार, 15 दिसंबर 2018 | By: कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹

अगर तूफ़ानों का डर...!!💐

अगर तूफ़ानों का डर होता
समन्दर पार नहीं करते।💐

गर यकीं ना होता कश्ती का
लहरों पर ऐतबार नहीं करते।💐

तेरे मान जाने का तस्सवुर था
मेरे दिल में,
जरा भी शक होता
इश्क़ का इज़हार नहीं करते।💐

कमलेश' गर डर होता
इस ज़माने का,
कभी भी इस जहां में
दो दिल प्यार नहीं करते।।💐

💐कमलेश वर्मा 'कमलेश,💐💐