शनिवार, 31 अक्तूबर 2009 | By: कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹

.....तेरा ख्याल आया..!!

जब -जब इस दिल को ,

तेरा ख्याल आया


तब -तब ज़माने की आंखों में,

रंग लाल आया


कोशिस की थी,हमने ,

रुसवा हो इश्क मेरा


पर हजारों नजरों से,

''एक ही सवाल आया ''।


जो किया था मैंने ,

वो क्या गुनाह था ?


लेकर शमशीर हर कोई,

करने ''हलाल'' आया


''कमलेश'' क्या वजूद है ,

इन रस्मों -रिवाज का ,


प्यार करना' कुफ्र है,
,तभी तो ये भूचाल आया ,॥