वक्त से पहले किस्मत से ज्यादा ,कभी कुछ मिलता नही ,
वक्त से पहले अंकुर खुलता नही , कभी फूल खिलता नही ।
जिंदगी में किस्मत का दख़ल है हर ज़गह दोस्तों ,
पर बिना उसकी रज़ा इक पत्ता भी हिलता नही ।
कोशिशों ,जुगतों जुगाड़ों में निकल जाती है जिंदगी ,
फिर भी कारवां जिंदगी का सबसे सम्भलता नही ।
हो साथ किस्मत तो पत्थर भी ,उड़ते हैं आसमां की तरफ़ ,
न हो मुआफिक आबो-हवा तो, इक बूँद पानी उछलता नही ।
किस्मत से पिघल जाते हैं , बड़े पत्थरों के भी दिल,
जहाँ सदियों की कोशिशों से भी ,मोम का दिल पिघलता नही।
''कमलेश'' यहाँ सब कुछ है वक्त और किस्मत के हाथ में ,
इनके आगे इंसान का भी कोई वश चलता नही।।
वक्त से पहले अंकुर खुलता नही , कभी फूल खिलता नही ।
जिंदगी में किस्मत का दख़ल है हर ज़गह दोस्तों ,
पर बिना उसकी रज़ा इक पत्ता भी हिलता नही ।
कोशिशों ,जुगतों जुगाड़ों में निकल जाती है जिंदगी ,
फिर भी कारवां जिंदगी का सबसे सम्भलता नही ।
हो साथ किस्मत तो पत्थर भी ,उड़ते हैं आसमां की तरफ़ ,
न हो मुआफिक आबो-हवा तो, इक बूँद पानी उछलता नही ।
किस्मत से पिघल जाते हैं , बड़े पत्थरों के भी दिल,
जहाँ सदियों की कोशिशों से भी ,मोम का दिल पिघलता नही।
''कमलेश'' यहाँ सब कुछ है वक्त और किस्मत के हाथ में ,
इनके आगे इंसान का भी कोई वश चलता नही।।
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