के.सी.वर्मा ''कमलेश''
मेरे दिल की बात....सीधा दिल से....आप तक!!!
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मंगलवार, 1 सितंबर 2020
आंखे जो दिख रही हैं🏵️🌺🌹
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आंखे थोड़ी थोड़ी सी जो, दिख रही हैं, चाहत की इक नई दास्तां, लिख रही हैं।। शरारत भरी तो थी पहले से इनमें बस आये अमल में कैसे ...
रविवार, 5 जुलाई 2020
तेरे शहर के....🌹❤️🦋🇮🇳
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तेरे शहर के परिंदे भी बेवफ़ा निकले तुम तो निकले पर ये बे वजह निकले।। छोड़ दी हमने तेरे मुहल्ले की वो गली, ये तुम्हारे खैरख्वाह हर जगह निकले।। ...
मंगलवार, 26 मई 2020
शतरंज की बाज़ी💐
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आज की स्वरचित रचना आप सब के लिए🌹😍🦋❤️ शतरंज की ये बाज़ी, ना हम पर लगाइए। क्या कर रहे हैं आप❓ अब देश को बताईये। चल रही हैं ट्रेन,बसें, ऑटो ब...
बुधवार, 20 मई 2020
चल रहा है...!!
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चल रहा है तू तू मैं मैं का सिलसिला। इनको उनसे ,उनको इनसे है शिकवा गिला। तुम्हारी इस बेहूदा तकरार से हम मजबूर मज़दूरों को क्या मिला। जो करना...
मंगलवार, 19 मई 2020
श्रमिक पलायन❤️🦋🌹
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तू आज मेरे ज़ख्मों का गर ना इलाज करेगा तू क्या सोचता है? हम पर कल भी राज करेगा। जिनके लिए बैठे हो तुम इस सरकार में तो भूखे बच्चों का ह...
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