तू आज मेरे ज़ख्मों का
गर ना इलाज करेगा
तू क्या सोचता है?
हम पर कल भी राज करेगा।
जिनके लिए बैठे हो तुम
इस सरकार में
तो भूखे बच्चों का हमारे पेट
कौन भरेगा।
ये काल,महाकाल बन रहा है
तुच्छ राजनीति के लिए
नव सत्र ,नव युग का आगाज़ करेगा।
जिनको नहीं मिल रही इनकी बेबसी,
लाचारी की दवा,
यही मजबूर, मजदूर इक दिन सबका इलाज़ करेगा।
हमने सम्भाला देश को,
आज हमको सम्भालिए,
हम मेहनतकशों के जोश से
आसमां में तिरंगा परवाज़ करेगा।।
एक दिन यही भूख ,लाचारी
पैरों के ज़ख्म और छाले ,
'कमलेश'
नए निज़ाम का इंतिखाब करेगा।
कमलेश🌹#श्रमिकपलायन
5/2020
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